बगदाद/ नजफ। इराक में ईरानी वाणिज्य दूतावास में गुरुवार रात तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद करने वाले सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग जिसमें कम से कम 45 प्रदर्शनकारी मारे गए। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। प्रदर्शनकारियों पर इस तरह की सख्ती को देश की स्थिति में एक नया मोड़ माना जा रहा है। दरअसल, इराक में यह प्रदर्शन ईरान समर्थित प्रशासन के खिलाफ जारी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, नसरिया में ही गुरुवार शाम सिर्फ 29 प्रदर्शनकारी मारे गए जब सुरक्षा बलों ने पुल पर एकत्रित आन्दोलनकारियों को तितर बितर करने के लिए फायरिंग शुरू की। इसके बाद प्रदर्शनकारी पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए। पुलिस और मेडिकल सूत्रों का कहना है कि इस घटना में कई लोग घायल भी हुए हें। रिपोर्ट के मुताबिक, बगदाद में चार प्रदर्शनकारी मारे गए जो टिगरिस नदी पर बने पुल पर जमे हुए थे। पुलिस ने यहां भी प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए गोलियां चलाईं। इसके अलावा नजफ में पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान 12 लोग मारे गए थे। नसिरिया में बड़े पैमाने पर हुई फायरिंग के बाद शोक संतप्त लोग मृतकों को दफनाने के लिए कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़क पर उतर आए। विदित हो कि अक्टूबर महीने में शुरू हुए इस प्रदर्शन के दोरान यह अब तक की सबसे बड़ी हिंसा की घटना है। उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारियों में अधिकांश शिया मुस्लिम युवा हैं जिन्होंने इस घटना के लिए प्रशासन की निंदा की है और कहा है कि सरकार ईरान को दिखाने के लिए अपने लोगों का खात्मा कर रही है।
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